
डॉ हरिवंश राय बच्चन एक हीरे के समान थे। हीरे के अनेक फलक होते हैं। अनेक मुख या चेहरे या सतहे होती है। प्रत्येक फलक की अपनी आभा होती है। बच्चन जी की प्रतिभा के बहुतेरे रूप थे। प्रत्येक पहलू श्रेष्ठ से श्रेष्ठतर। वे सचमुच सरस्वती पुत्र थे। वैसे सांसारिक जीवन में उनकी मां का […]