पारिभाषिक शब्दावली
हिन्दी में विज्ञान विषयों में शब्दों के लिये केन्द्रीय शासन और निजी प्रकाशनों द्वारा समय-समय पर पारिभाषिक शब्दावलियाँ गढ़ी जाती है और नये संशोधिक संस्करण यदा कदा निकलते हैं।
हिन्दी में साइन्स लिखने वालों को, आदर्श रूप में चाहिये कि वे इन्हीं प्रकाशनों का उपयोग करें। लेकिन कुछ व्यवहारिक कठिनाइयां है। ये शब्द चलन में न होने से अटपटे और कठिन प्रतीत होते है।
मैंने यहाँ ग्लासरी में कोशिश करी है कि इन नये शब्दों की सरल परिभाषा, अंग्रेजी पर्याय (रोमन तथा देवनागरी दोनों लिपियों में) दूं। हिन्दी+अंग्रेजी पर्यायवाची युग्मों (Couples) का उलटा-पुलटा कर उपयोग करना चाहिये। उद्देश्य है कि हिन्दी शब्दों का चलन बढ़े। हिन्दी शब्दों के मूल स्त्रोत संस्कृत है। इन्हें तत्सम शब्द कहते हैं जो अन्य भारतीय भाषाओं के लिए भी उतने ही उपयुक्त है। ठीक वैसे ही, जैसे अंग्रेजी तथा अन्य यूरोपीय भाषाओं के लिये लेटिन तथा ग्रीक से होता है। संस्कृत के बाद के अनेक देसी शब्द और उर्दू-फारसी-अरबी आदि के आयातित शब्द, भारतीय वैज्ञानिक शब्द कोश के लिए अधिक उपयुक्त नहीं है।
मैंने स्वयं अनेक नये शब्द गढ़े हैं। परिभाषित शब्दावली और उनके शब्दों का उपयोग इस वेबसाईट पर प्रचुरता से किया गया है। इसका उद्देश्य है पाठकों के मन-मस्तिष्क और जुबान पर हिन्दी के तकनीकी वैज्ञानिक शब्दों को चढ़ाना।
पारिभाषिक शब्दावली संग्रह
शब्द (Word) | अर्थ (Meaning) | व्याख्या |
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Absence (एबसेन्स) | अनुपस्थितता | |
Absorption (अबसोरप्शन) | अवशोपण | औषधि के सेवन के सन्दर्भ में, सेवन आरम्भिक स्थल पर उक्त औषधि का शरीर में प्रयेश | उदाहरण- मुंह से सेवन करने पर आंत में पहुंच कर उस औषधि का सोख लिया जाना, जज्व हो जाना| |
Acute(एक्यूट) | अतिपति | कोई बीमारी या लक्षण का नया-नया व अचानक प्रकट होना । ब्रेन अटैक या मस्तिष्क आघात में दिमाग की खून सप्लाय में आने वाली रुकावट एक्यूट/अतिपाती होती हैं। |
Allergy Reaction (एलर्जी रिएक्शन) | प्रति ऊर्जता | शरीर के इम्यून तंत्र द्वारा पैदा की वाली तीव्र एक्यूट (अतिपाती) (या कभी कभी दीर्घकालिक) प्रतिक्रिया, किसी बाहरी पदार्थ के विरुद्ध, प्रायः लघु अवधि की, प्रायः व्यक्ति विशिष्ट (इडियोसिन्क्रेटिक) । |
Altered Sensorium (आल्टर्ड सेन्सोरियम) | असामान्य या परिवर्तित चैतन्यता | सामान्य होश या चेतना का अनुपस्थित होना। असामान्यता के अनेक स्तर व स्वरूप है :- जैसे सुस्ती, उनींदापन, स्टूपर, अचेनता, सन्निपात, आदि | |
Amplifiers (एस्लीफायर्स) | प्रवर्धक | वह यांत्रिक-विद्युतीय उपाय जिसके द्वारा कम शक्ति की विद्युत धारा को अधिक शवित की बनाया जाता है ताकि उसे पर्दे पर देखा जा सके, रिकॉर्ड किया जा सके व उसका अध्ययन किया जा सके। |
Attack (अटैक) | दौरा, घटना | |
Aura, ऑरा | Aura, ऑरा | मिर्गी के दौरे के आरम्भिक कुछ क्षण जिनमें व्यक्ति को होश रहता है, कुछ-विशिष्ट अनुभूतियां या संवेदनाएं होती है, तत्काल मुख्य दौरा आ भी सकता है या न भी आये| होश में आने के बाद ‘ऑरा’ के ये लक्षण याद रहते हैं |
Automatism, (आटोमेटिज्म) | स्वचलन | मिर्गी के दौरों में पाये जाने वाले लक्षणों के सन्दर्भ में वे हरकतें जो मरीज द्वारा अपने आप, स्वतः बगैर नियंत्रण, बगैर उद्देश्य के की जाती हैं । बाद में कुछ याद नहीं रहता कि क्या किया था | करते समय होशोहवास ठीक नहीं रहता । अवधि कुछ सेकण्ड से एक दो मिनट । |
Axon, (एक्सान) | अक्षतन्तु | न्यूरान कोशिका से निकलने वाला लम्वा जावक मार्ग जो प्रायः एक ही होता है । कहीं दूर जा कर किन्हीं अन्य तंत्रिका कोशिकाओं के आवक मार्ग (डेन्ड्राइट) से संधि (सायनेप्स) बनाएगा । |
Bacteria, (वेक्टीरिया) | जीवाणु | सूक्ष्मदर्शी यंत्र से दिखने वाले एक कोशीय जीव |
Bioavailability, (बायोअवेलेविलिटी) | जैवउपलव्धता | |
Biotransformation, (वायोट्रान्सफार्मेशन) | जैव रूपान्तरण | औषधियों के संदर्भ में सेवन के पश्चात शरीर में अनेक रासायनिक क्रियाओं द्वारा उनके जैवकीय स्वरूप में होने वाले परिवर्तन । जीवविज्ञान की अन्य शाखाओं (प्राणीविज्ञान आदि) में इस शब्द का बहुतायत से उपयोग होता हैं| |
Blackout (ब्लैक आऊट) | अंधेरी आना, धुंधलापन छाना | सिन्कपि या मूर्छा के अलावा कुछ अन्य कारण भी हैं जिनमें कुछ सेकण्ड या मिनट के लिये आंखों के आगे घुंधलापन छा जाता है । जैसे - माइग्रेन, आंख की बीमारियाँ, टी. आई. ए. मिर्गी |
Blood levels of drugs, (ब्लड लेवल आफ ड्रग्स) | रक्त स्तर, औपधि के | औधधि के सेवन के पश्चात, रक्त में उसकी घुली हुई मात्रा जो प्रयोगशाला में रासायनिक विधियों से नापी जा सकती है। मिर्गी विरोधी असर होने के लिये जरुरी है कि उक्त औषधि की नियत न्यून मात्रा से अधिक रक्त स्तर हो| |
Blood pressure, (ब्लड प्रेशर) | रक्तचाप | खून की नलिकाओं (विशेषकर धमनियों या आर्टरी) में बहने वाले रक्त का दबाव जो नलिका की दीवार पर महसूस होता हैं | बहने वाले रक्त की मात्रा या उसे पम्प करने वाले इंजिन(ह्रदय) की शक्ति से कहीं महत्वपूर्ण हैं नलिका का संकरा होना जो रक्तचाप को बढ़ा देता हैं |
Brain, (ब्रेन) | मस्तिष्क, दिमाग | मस्तिष्क खोपड़ी (सिर) के भीतर स्थित महत्वपूर्ण अंग जो शरीर की समस्त गतिविधियों को संचालित करता है, विभिन्न इन्द्रियों से प्राप्त जानकारियों को ग्रहण करता है, भण्डारण करता है, वही हमारे होशोहवास का केंद्र है । |
Brain Fever, (ब्रेन फीवर) | मस्तिष्क ज्वर, दिमागी बुखार | आम बोलचाल का शब्द जिसके अनेक अर्थ हैं । किसी एक बीमारी का नाम नहीं | विशेषकर उन स्थितियों के लिये जिनमें बुखार, सिरदर्द. उल्टी आदि के साथ बेहोशी व मिर्गी नुमा दौरे आते हैं - प्रमुख उदाहरण मेनिन््जाइटिस, एन्सेफेलाइटिस, मस्तिष्क-मलेरिया आदि । |
Breath holding spell, (ब्रैथ होल्डिंग स्पैल) | श्वास रोकने वाले दौरे | ९ माह से ढाई वर्ष के मध्य कुछ जिद्दी संवेदनशील बच्चे, गिरने, लगने, डांट पड़ने, जिद न पूरी होने, डरने पर अचानक जोर से चीखते हैं, इतना कि, आवाज ही बाहर नहीं निकलती, १०-२० सेकण्ड के लिये सांस तान कर रुक जाते हैं, शरीर नीला पड़ जाता है, हाथ-पांव कड़क हो सकते हैं | यह मिर्गी नहीं है। उपचार की आवश्यकता नहीं । कोई खतरा नहीं होता । स्वतः ठीक हो जाते हैं। |
Cerebral hemispheres, , (सेरीव्रल हेमिस्फीयेर्स) | गोलार्ध, मस्तिष्क के | अग्र मस्तिष्क के दो समान रूपी अर्ध गोलाकार भाग। दोनों आपस में कारपस केलोसम नामक तन्तु-बंडल द्वारा जुड़े होते हैं तथा मिलकर नवीन उच्च मस्तिप्क का प्रमुख भाग बनाते हैं । |
Chromosome, (क्रामोसोम) | गुण सूत्र | प्रत्येक कोशिका के नाभिक में महीन धागों के २३ जोड़े । जीन्स नामक रचनाएं इन्हीं क्रोमोसोम्स पर अवस्थित रहती हैं । |
Chronic, (क्रॉनिक) | दीर्घकालिक | जब बीमारी लम्बी अवधि की हो, तथा बनी रहे, मिटे नहीं । अनेक सप्ताह, माह या वर्ष |
Circulation, (सर्क्यूलेशन | प्रवहन | रक्त में घुल कर किसी औषधि या अन्य पदार्थ का शरीर के विभिन्न अंगों तक खून की नलिकाओं द्वारा बह कर पहुंचना । |
Clinical, (क्लीनिकल) | नैदानिक | मरीज की बीमारी का निंदान बनाते समय इतिबृत (हिस्ट्री) व शारीरिक जांच की प्रक्रियाएं । |
Psychologist Clinical, (सायकोलोजिस्ट, क्लीनिकल) | मनोवैज्ञानिक, नैदानिक | वह विशेषज्ञ जो सामान्य मनोविज्ञान का जानकार हो, विशेषकर बीमारीयों के सन्दर्भ में | ये विशेषज्ञ मेडिकल डाक्टर नहीं होते । |
Clonic, (क्लोनिक) | क्लोनिक | झटके । मांसपेशियों में बार-बार, रुक-रुक कर झटके या स्पाज्म | एक झटके की अवधि एक-दो सेकण्ड | बीच के लघु समय में मांसपेशियां शिथिल। |
Cognitive, (काम्निटिव) | संज्ञानात्मक, बोधात्मक | बुद्धि द्वारा सम्पादित वे कार्य जो उच्च मस्तिष्क की विशेषताएं हैं जैसे- अपना स्वयं का अहसास, चैतन्यता, स्मृति, ज्ञान का भण्डार, वाणी क्षमता, तर्कशीलता, विचारशीलता, निर्णय क्षमता.। अनेक न्यूरालाजिकल रोगों मे, जिनमें मिर्गी के कुछ मरीज भी शामिल हैं, व्यक्ति के संज्ञानात्मक या वोधात्मक कार्यों का ह्रास हो सकता है । |
Coma, (कोमा) | अचेतना, वेहोशी | व्यक्ति को जगाया नहीं जा सकता । संवाद नहीं । परन्तु यह वाचाघात नहीं हैं । व्यक्ति की इन्द्रियों द्वारा गृहीत कोई जानकारी स्मृति-भण्डार तक नहीं पहुँच पाती। कुछ रिफ्लेक्स कार्य मौजूद रह सकते हैं। जैसे सुई चुभाने पर हाथ-पाँव हिलाना। |
Communicable, (कम्यूनिकिवल) | संचारण शील, संसर्गजन्य | वे संक्रामक रोग जो आसानी से, वहुतायत से, एक व्यक्ति से दूसरे को लग जाते हैं । सभी संक्रामक (इन्फेक्शियस) रोग ऐसे नहीं होते। |
Compliance, (कम्लाएन्स) | अनुगमन | चिकित्सकीय निर्देशों के सन्दर्भ में मरीज द्वारा आज्ञा-पालन करना । निर्देशों के अनुरूप व्यवहार करना । मुख्य मुद्दा है औषधि का लम्बे समय तक नियमित सेवन। |
Congenital, (कन्जेनिटल) | जन्म॑जात | जन्म से मौजूद बीमारी, अवगुण या गुण । कभी-कभी सम्भव है कि उक्त गुण पर परिवार वालों या चिकित्सकों का ध्यान देर से जाए या उक्त गुण देर से प्रगट हो। सभी जन्मजात बीमारिया जिनेटिक कारणों से नहीं होती । मां के गर्भ में स्थित शिशु के स्वास्थ्य पर असर डालने वाले अनेक दूसरे कारक भी होते हैं । कुछ मंदबुद्धि बच्चों में बचपन से बोलने की समझने की, पढने लिखने की भाषागत क्षमताएं ठीक से विकसित नहीं होती यह अफेज़िया नहीं हैं| |
Consciousness, (कान्शियसनेस) | चैतन्यता, होश | मस्तिष्क के अनेक भागों द्वारा नियंत्रित मन की वह अवस्था जिसमें व्यक्ति जागृत, सतर्क होता है, उसे समय, स्थान, व्यक्ति, परिस्थितियां आदि का पूर्ण बोध होता है तथा वाह्यय व आन्तरिक उद्दीपनों के प्रति सही ढंग से प्रतिक्रिया करने की क्षमता होती है| चेतन व्यक्ति में ही भाषागत क्षमताओं का परिक्षण करके पता लगा सकते हैं कि अफेज़िया हैं या नहीं| अचेतन में नहीं| |
Convulsion. (कन्वल्शन) | दौरा, जिसमें अकड़न व झटके हों | हाथ पैरों में तनाव व झटके आना । मिर्गी रोग प्रमुख कारण है । मिर्गी के अलावा कुछ अन्य बीमारियां भी हैं जिसमें तनाव झटके आ सकते हं जैसे टिटेनस । मिर्गी के सभी रूपों में कन्वल्शन नहीं आते । अन्य प्रकार की मिर्गी भी होती है। |
Deja Vu, (देजा-वू) | देजा वू | मिर्गी के दौरों में, एक खांस प्रकार की क्षणिक अनुभूति कि “इस वक्त, इस जगह, जो जिया जा रहा है, वैसा ही शायद पहले भी कभी जिया जा चुका है । वैसे ही हालात, वे ही लोग, वही संवाद । लगता है कि अब जो होगा या कहा जाएगा वह भी पहले से ज्ञात था | कुछ सकण्ड्स के बाद यह अहसास गुजर जाता है । ऐसा बार-बार हो सकता है | जमे-वू नामक अनुभूति इसके विपरीत किस्म की होती है। |
Dendrite, (डेन्ड्राइट) | पाश्व॑तन्तु | न्यूरान कोशिका के वे छोटे, एकाधिक तंतु जो विद्युत-रामायनिक सन्देश ग्रहण करते हैं। आवक मार्ग । |
Depolarisation, (डीपालेराइजेशन) | निर्धुवीकरण | ध्रुवीकरण के सन्दर्भ गें, जब न्यूरान कोशिका की झिल्ली के दोनों ओर मौजुद विद्युतीय अंतर यकायक, पर प्रायः थोड़ी देर के लिये मिट जाता हैं व विद्युत प्रवाहित हो जाती हैं |
Diagnosis, (डायग्नोसिस) | निदान | किसी मरीज़ में एक या अधिक बीमारी के होने का अनुमान लगाना व तत्सम्बन्धी निर्णय लेना । सह प्रक्रिया मरीज के रोग का वर्णन(हिस्ट्री या इतिवृत) सुनते समय, शारीरिक जांच करते समय, तथा उपचार के परिणामों का आकलन करते समय सतत जारी रहती हैं। अनेक पहलू हैं:- कौन सा अंग प्रभावित है ? कौन सी रोग-विकृति मौजूद है ? क्या कारण हो सकते हैं? सभी प्रशों के उत्तर पा लेने के बाद ही निदान को पूर्ण माना जाता हैं |
Differenctial Diagnosis | (डिफरन्शियल) निदान भेद | किसी मरीज के लक्षणों व तकलीफों व शारीरिक खराबियों के लिये जिम्मेदार की सकने वाले संभावित कारणों की सूचि बनाना व उनमें से बहुत उपयुक्त कारण का निर्णय करना । दो से अधिक गिलती जुलती बीमारियों, कारणों में से एक का चयन व फैसला करना | |
Dilirium, (डिनीरियम) | सन्निपात | विभ्रम की स्थिति । समय, स्थान व व्यक्ति का पूर्ण बोध नहीं रहता । उत्तेजना व सुस्ती रहते हैं। बुदबुदाना, बडबडाना, चिल्लाना, हाथ पांव फैकना आदि गतिविधियां होती हैं । |
Dizziness (डिजीनेस) | चक्कर | अनेक अर्थ | अनेक अवस्थाएँ । मिर्गी के दौरों को भी लोग “चक्कर” कहते हैं । अन्य अर्थ है- अंधेरी आना, गिरने जैसा लगना, मूर्छित होना, गश आना, फैन्ट होना, घूमता हुआ लगना, डमगमगपन, असन्तुलन, घवराहट आदि | हर मरीज का अपना अलग अर्थ। उससे पूछना पड़ता है कि “चक्कर” में आपको क्या लगता है । |
Drowsincess, (ड्राउजीनेस) | सुस्ती, उनींदापन | अधिक नींद आने की प्रवृत्ति। उत्तर पाने के लिये था काम करवाने के लिये अतिरिक्त उद्दीपन की आवश्यकता पड़ती है । |
Electrical Firing by neurons (इलेक्ट्रीकल फायर्रिंग बाय न्यूरानूस) | तड़कन, विद्युतीय, तंत्रिका कोशिकाओं द्वारा | निर्ध्रुविकरण(डीपोलेराइजेशन) नामक क्रिया द्वारा न्यूरान कोशिका में लघु विद्युतीय तड़कन | यही तड़कन जब वार-वार, जल्दी-जल्दी, दूर तक व ऊँचे वोल्टेज में होने लगती है तो मिर्गीनुमा खराबी कहलाती है । |
Electrodes (इलेक्ट्रोड्स) | विद्युतोद | प्रायः धातुओं से निर्मित रचना जिसमें विद्युत धारा न्यूनतम प्रतिरोध से ग्रहण की जाती है, छोड़ी जाती है व प्रवाहित होती है । मिर्गी मरीजों में ई ई जी नामक जांच में सिर पर चांदी या सोने की परत चढ़े विद्युतोद चिपकाए जाते हैं ताकि भीतर मस्तिष्क में सदा बहती रहने वाली महीन विद्युत को ग्रहण करके तार द्वार ई. ई. जी. मशीन तक ले जाया जा सके । |
Encephalitis(एनसेफेलाइटिस) | एनसेफेलाइटिस | मस्तिष्क के गूदे, ऊतक में इन्फेक्शन या अन्य कारणों से सूजन या प्रदाह (इन्फ्लेमेशन) |
Epidemiology (एपिडेमियालौजी) | अधिजन विज्ञान | विज्ञान की वह शाखा जिसमें बड़ी जनसंख्या में बिमारी के होने का अध्यन किया जाता हैं, तथा निम्न प्रश्नों के उत्तर ढूंढते हैं:- कितने लोगो को? कितने समय तक? कौन से स्थानों पर? कौन से मौसम में? किन परिस्थितियों में? किन कारणों से? कितने समय तक? क्या परिणिति? अफेज़िया के एपिडेमियालोजी अद्ध्यनों से पता लगाते हैं कि पुरे भारत में 20-30 लाख व्यक्ति इससे पीड़ित होंगे |
Epieptic focus (एपिप्टिक फोकस) | मिर्गी उद्गम केन्द्र | न्यूरॉन कोशिकाओं का एक असामान्य समूह जिसके विद्युतीय गुण बदल गए हैं, जो उद्दीपन शील हैं, जल्दी जल्दी फायरिंग करते हैं, तथा यहीं से मिर्गी रूपी गड़बड़ी मस्तिष्क के शेष भागों तक फैल कर उन्हें थोड़े समय के लिये लील लेती है। उद्गम केन्द्र पर रोग विकृति के चिन्ह प्रायः दिखाई पड़ते हैं परन्तु हमशा नहीं । |
Etiology (इटियॉलाजी) | कारण विज्ञान | बीमारी का मूल कारण पता लगाना | वाचाघात के संदर्भ में, स्ट्रोक लकवा(पक्षाघात-लकवा), सिर की चोट, मस्तिष्क में इन्फेक्शन, ट्यूमर(गांठ) रचनात्मक खराबियां |
Examination physical (एक्सामिनेशन फिजिकल) | शारीरिक जांच या परीक्षण | चिकित्सक द्वारा मरीज के शरीर के विभिन्न अंगों का परीक्षण :- देखकर, अवलोकन करके, छूकर, टटोलकर, दवा कर, ठोक कर, बजा कर, आले (स्टेथोस्कोप) से सुनकर । |
Exicitation (एक्साइटेशन) | उत्तेजन | किसी अंग या ऊतक या कोशिकाओं के सन्दर्भ में उसके एक या अनेक कार्य में बढ़ावा करना या कार्य शुरू करवाना । उत्तेजन सामान्य या फिजियोलाजिकल या लाभकारी हो सकता हैं या असामान्य, नुक्सानदांयक, तथा रोगपूर्ण भी । अनेक कोशिकाओं (जैसे न्यूरानूस) का एक प्रमुख कार्य है विद्युत पैदा करना व वहाना । उत्तेजन होने से उक्त कार्य बढ़ जाता है |
Excretion (एक्सक्रीशन) | उत्सर्जन | शरीर द्वारा किसी पदार्थ का त्यागना, वाहर निकालना | उदाहरण मल, मूत्र, पसीना | औषधियां भी इन्हीं मार्गों द्वारा शरीर से बाहर निकलती हैं। |
Familial(फेमिलियल) | खानदानी, वंशानुगत | परिवार या रिश्तेदारों में बहुतायत से होने वाली बीमारी । माता-पिता से संतानों की प्राप्त होने वाली | आनुवंशिक तथा वंशानुगत में अन्तर है । अनेक बीमारियां पीढ़ी-दर-पीढ़ी (ऐरेडेटेरी) प्रतीत नहीं होतीं फिर भी उनके होने या न होने में जींस की प्रमुख भूमिका है । इसका विपरीत कथन भी सत्य ही । पीढ़ी-दर-पीढ़ी चलने वाली समस्त बीमारियाँ जींस द्वारा निर्धारित नहीं होती । कुछ का कारण क्रोमोसोम में विकृतियां हैं तो कुछ में वातावरणीय कारक । |
Febric Convulsion (फेब्राइलकन्वलशन) | बुखारी दौरे | छः: माह से छः वर्ष की उम्र के मध्य बुखार के साथ आने वाले दौरे | यह मिर्गी नहीं है। अधिकांश में बंद हो जाते हैं। लम्बे उपचार की आवश्यकता नहीं पड़ती। तात्कालिक इलाज पर्याप्त होता है । परन्तु कुछ बच्चों में ये गम्भीर-होते हैं, आगे चलकर मिर्गी रोग होने की आशंका हो सकती है। |
Feed back(फीड बेक) | प्रति पुष्टि | पुनः जानकारी प्राप्त होना | घटित होने वाले कार्य की प्रगति व सम्पन्न होने पर उसके प्रभाव का सतत आकलन । न्यूरोफिजयोलाजी के सन्दर्भ में मांसपेशियों व जोड़ों पर होने वाली गति की सूचना का मस्तिष्क तक सतत व तत्काल पहुँचना। इसी सूचना के आधार पर उक्त कार्य की सटीकता को बनाए रखा जाता हैं| |
Focal Seizure (फोकल सीजर) | विकार, स्थानीय दौरे | मिर्गी के वे दौरे जिनमें विद्युतीय गड़बड़ी व लक्षण, मस्तिष्क के एक सीमित भाग में ही उठकर रह जाते हैं । पूरे मस्तिष्क में नहीं व्यापते । |
Fit (फिट) | दौरा | लघू अवधि (कुछ सेकण्ड्स से कुछ मिनट्स) की अवस्था जिसमें निम्न में से एक या अधिक या सभी कार्यों पर प्रभाव पड़ता है - “चैतन्यता(होश), प्रेरक हरकतें (मोटर), संवेदनाएं (सेन्सरी), मानसिक-व्यावहारिक कार्य । दौरा या सीजर के बगैर मिर्गी की परिभाषा सम्भव नहीं । मिर्गी रोग में दौरे या फिट बार-बार आते हैं । मिर्गी के अलावा और भी अनेक बीमारियाँ हैं जिनमें दौरे या फिट आ सकते हैं । अंग्रेजी के निम्न, अनेक शब्दों के लिये हिन्दी में भिन्न पर्यायवाची न होने से दौरा शब्द बार-बार प्रयुक्त होता है - अटैक, कन्वल्शन, सीजर, फिट, स्पेल |
Follow up(फालोअप) | अनुगमन | बीमारियों के लम्बे तक चलने वाले उपचार के सदर्भ में मरीज़ द्वारा बार-बार नियत समय पर जांच कराने या रिपोर्ट करने आना। |
Gene (जीन) | जीन | प्रत्येक कोशिका के नाभिक में स्थित २३ जोड़ा क्रोमोसोम धागों पर चिपकी हुई हजारों-लाखों विन्दु-विन्दु रचनाएं | रासायनिक रूप से डी. एन. ए. या आर. एन.ए. । मुख्य कार्य, कोशिका में अलग-अलग प्रकार के प्रोटीन््स की रचना पर नियंत्रण | आधी जीन्स मां की तरफ से व आधी पिता की तरफ से आती है । अनेक जीन्स बदलती हैं, नई बनती हैं । |
Generalized (जनरालाइज्ड) | सर्वव्यापी | मिर्गी के वे दौरे जिनमें विद्युतीय गड़वड़ी व तत्सम्वन्धी क्लीनिकल लक्षण आरम्भ से ही पूरे मस्तिष्क में व्याप्त हो जाते हैं। |
Genetic (जिनेटिक) | आनुवांशिक | कोई बीमारी, या गुण या खासियत जिसके होने या न होने पर जीन्स के प्रभाव की चर्चा करते समय यह विशेषण प्रयुक्त होता है । अनेक बीमारियाँ या गुण आनुवंशिक होते हैं तथा अनेक नहीं होते । कुछ दुर्लभ मामलों में किन्ही ख़ास जींस (Fox p3) में खराबी (म्यूटेशन या व्युत्क्रम) आने से संतान की भाषा व संवाद क्षमता प्रभावित होती हैं| |
Genetics (जिनेटिक्स) | आनुवांशिकी | विज्ञान की वह शाखा जो जींस की रचना, कार्य आदि का अध्ययन करती है । माता-पिता से प्राप्त गुण या खासियतों को संतानों में पहुँचाने के अलावा जींस के और भी कार्य हैं। भाषागत क्षमताओं पर भी जींस का बहुत प्रभाव रहता हैं| |
Germs (जर्म्स) | कीटाणु | |
Giddiness (गिडिनेस) | चक्कर | अनेक अर्थ | अनेक अवस्थाएँ । मिर्गी के दौरों को भी लोग “चक्कर” कहते हैं । अन्य अर्थ है- अंधेरी आना, गिरने जैसा लगना, मूर्छित होना, गश आना, फैन्ट होना, घूमता हुआ लगना, डमगमगपन, असन्तुलन, घवराहट आदि | हर मरीज का अपना अलग अर्थ। उससे पूछना पड़ता है कि “चक्कर” में आपको क्या लगता है । |
Half Life (हाफ लाइफ) | अर्ध आयु | नियमित रूप से औषधि सेवन करने वाले व्यक्ति के रक्त में उक्त औपधि की मात्रा घटने लग जावेगी यदि औपधि रोक दी जावे | उक्त रक्त स्तर का घट कर पहले से आधा रह जाने में लगने वाला समय अर्ध आयु कहलाता है | विभिन्न औपधियों में यह अवधि आठ घंटे से लेकर एक सप्ताह तक हो सकती है । मूल रूप से अर्ध आयु नामक परिकल्पना का उल्लेख नाभिकीय भौतिकी में रेडियोधर्मी तत्वों के संदर्भ में होता है। |
Hallucination (हैल्यूसीनेशन) | विश्राम | बगैर किसी उद्दीपन के इन्दरियों द्वारा कुछ-कुछ ग्रहण करना । उदाहरण ‘दृश्य विभ्रम’ (विसुअलsdfsdf) जिसमे आँखों के आगे कुछ दिखाई देता हैं जैसे रोशनी, चमक, चेहरा, दृश्य जबकि वास्तव में कुछ होता नहीं । इसी प्रकार श्रव्य, स्पर्श, स्वाद व सूंघने से सम्बंधित विभ्रम भी होते हैं| मस्तिष्क के अलग-अलग भागों में मिर्गी द्वारा उद्दीपन से विभ्रम पैदा हो सकते हैं। |
Hereditary (हेरेडिटेरी) | वंशानुगत, खानदानी | परिवार या रिश्तेदारों में बहुतायत से होने वाली बीमारी । माता-पिता से संतानों की प्राप्त होने वाली | आनुवंशिक तथा वंशानुगत में अन्तर है । अनेक बीमारियां पीढ़ी-दर-पीढ़ी (ऐरेडेटेरी) प्रतीत नहीं होतीं फिर भी उनके होने या न होने में जींस की प्रमुख भूमिका है । इसका विपरीत कथन भी सत्य ही । पीढ़ी-दर-पीढ़ी चलने वाली समस्त बीमारियाँ जींस द्वारा निर्धारित नहीं होती । कुछ का कारण क्रोमोसोम में विकृतियां हैं तो कुछ में वातावरणीय कारक । |
History (हिस्ट्री) | इत्तिवृत्त | मरीज की बीमारी का वर्णन सुनना, लिखना, गुनना । रोग के आरम्भ होने की परिस्थितियां, लक्षणों की सूची, अवधि, शुरुआत का तरीका, लक्षणों के कारण वास्तविक तकलीफ, उनमें उतार चढ़ाव, उपचार का ब्यौरा । वाचाघात हैं या नहीं, यदि हैं तो कितना तीव्र हैं, किस प्रकार का हैं, क्या कारण हो सकता हैं, आदि प्रश्नों के उत्तर अच्छी इतिवृत(हिस्ट्री) से प्राप्त किये जा सकते हैं| |
Ictal (इक्टल) | दौर, इक्टल | मिर्गी के दौरे के सन्दर्भ में, दौरे के कुछ सेकंड्स या मिनट के पूर्व के लक्षण “प्रीइक्टल” व बाद के लक्षण को “पोस्ट इक्टल” कहलाते हैं| मुख्या दौरे के लक्षण “इक्टल” कहलाते हैं |
Idiopathic (इडियोपेथिक) | अज्ञात कारण | उपलब्ध साधनों द्वारा अधिकतम जांच कर लेने पर भी मिर्गी का कारण ज्ञात न होने पर उसे अज्ञात कारण या प्राथमिक (Primary) कहते हैं । |
Idiosyncratic (इडियो सिन््क्रेटिक) | व्यक्ति विशिष्ट अप्रत्याशित प्रभाव | औषधियों के दुष्प्रभाव के सन्दर्भ में वे अप्रत्याशित प्रभाव जो किसी किसी में ही मौजूद रहते हैं, जिनकी भविष्यवाणी असम्भव है। |
Immune system (इम्यूनसिस्टम,) | इम्यून तंत्र | शरीर में रासायनिक पदार्थों (उदाहरण इम्यूनोग्लोव्यूलिनूस) व रक्त कोशिकाओं का तंत्र या प्रणाली जिसका कार्य है वाह्य या अपरिचित पदार्थों, विष, जीवाणुओं आदि को नष्ट करना, निर्मूल करना, उदासीन करना | |
Incidence (इन्सिडेन्स) | आघटन | निश्चित अवधि (एक वर्ष) में किसी बीमारी के नये रोगियों की संख्या । उन्हें नहीं गिनना है जिन्हें यह रोग पहले से था | उदाहरण: १ लाख लोगों में एक वर्ष में ५० नये, स्वस्थ लोगों में वाचाघात रोग पहली बार विकसित हुआ |
Infection (इन्फेक्शन) | संक्रमण | किसी वायरस, बैक्टीरिया या अन्य सूक्ष्म जीवों द्वारा शरीर में प्रवेश व मौजूदगी । बीमारी तुरन्त होना जरूरी नहीं। हो सकता हैं कि वीमारी होने ही न पाये । संक्रमण या इन्फेक्शन का अर्थ यह नहीं कि उक्त मरीज से दूसरों तक रोग पहुंचेगा ही |
Infectious (इन्फेक्शियस) | संक्रामक | सूक्ष्म जीवों (वायरस, वैक्टीरिया) के कारण पैदा होने वाले रोग । संक्रामक का अर्थ सदैव छूत से लगने वाले नहीं. हैं। अनेक संक्रामक रोग एक व्यक्ति से दूसरे तक आसानी से नहीं पहुंचते । वे रोग जो आसानी से एक व्यक्ति से दूसरे को लग जाते हैं संचारणशील या संसर्गजन्य (communicable disease कम्युनिकेवल) कहलाते हैं । |
Inflamation (इन्फ्लेमेशन) | प्रदाह | उतकों व अंगों में प्रतिक्रिया स्वरूप होने वाली रोग-विकृति जिसमें सूजन, रक्ताधिक्य, कार्य अवरोध, उष्णता आदि होते हैं| इस प्रतिक्रिया को पैदा करने वाले कारण अनेक जैसे चोट, तरह-तरह के संक्रमण (इन्फेक्शन) आदि । |
Inhibition(इन्हिविशन) | शमन, दमन | कोशिका के कार्य में कमी | उद्दीपन या उत्तेजना की विपरीत अवस्था । अंग, या ऊतक या कोशिका के कार्य में कमी । |
Insanity (इनसेनिटी) | मानसिक विक्षिप्तता | मानसिक रोग की तुलनात्मक रूप से गम्भीर अवस्था जिसमें व्यक्ति का सोच व व्यवहार लम्बे समय के लिये बिगड़ जाए तथा व्यक्ति को उसका अहसास न हो। मिर्गी मानसिक विक्षिप्तता नहीं है । |
Intelligence (इन्टैलिजेन्स) | बुद्धि | मस्तिष्क द्वारा सम्पादित, निष्पादित, नियंत्रित, व उसी में अवस्थित 'मन' नामक कार्यप्रणाली का एक प्रमुख गुण है बुद्धि'-जिसके बूते पर मनुष्य जानकारी भण्डारित रखता है, समस्याओं को हल करता है, विचार करता है । अनेक परीक्षणों, प्रश्नों, पहेलियों के मिले जुले प्राप्तांक से बुद्धि सूचकांक की गणना करते हैं। |
Interaction (इंटरेक्शन) | अन्योन्य क्रिया | एक साथ, एक से अधिक औपधियों का सेवन करने की दशा में किसी एक औपधि द्वारा दूसरी औपधि पर पड़ने वाले अनेक प्रकार के प्रभाव-अवशोषण, प्रवहन, चयापचय, उत्सर्जन, अंगों पर प्रभाव सभी क्षेत्र में । |
Intramuscular or I.M. (इन्ट्रामस्क्यूलर) | अन्त:पेशीय | इंजेक्शन द्वारा औषधि देने की विधि जिसमें सुई की नोक मांसपेशी (मसल्स) में धंसाते हैं तथा वहां मौजूद रक्त की बारीक नलिकाओं (केपिलरी) द्वारा औपधि सोख ली जाती है तथा 5-10 मिनिट में पूरे शरीर में फेल जाती है। |
Irritation (इरीटेशन) | क्षोभ | शाब्दिक अर्थ है चिढ़ाना, छेड़ना, परेशान करना । न्यूरोविज्ञान में, मिर्गी के सन्दर्भ में इसका अर्थ है - न्यूरान कोशिकाओं व उसके तंतुजाल में विकृति द्वारा उसे उत्तेजित या प्रेरित या उद्दीप्त करना । |
Jamais Vu(जमे-बू) | जमे-वू | मिर्गी के दौरों में एक खास प्रकार की क्षणिक अनुभूति कि सब कुछ अजीब सा है, अनजाना है, पता नहीं अपन कहां हैं। कुछ सेकण्ड्स में यह अहसास गुजर जाता हैं। देजा-बू नामक अनुभूति इसके विपरीत किस्म की होती है। |
Lesion (लीजन) | विकृति रोग, विकृति | मस्तिष्क या अन्य अंग में किसी भी रोग या कारण से पैदा होने वाली खराबी जो या तो आंखों, एक्सरे आदि से या सूक्ष्मदर्शी यंत्र से देखी जा सके। |
Lobes of brain (लोव्स, आफ ब्रेन) | खण्ड, मस्तिष्क के | मस्तिष्क के दोनों बड़े गोलार्धों को चार खण्डों में विभाजित किया जाता है - फ्रॉन््टल (Frontal), पेराइटल Parietal टेम्पोरल (Temporal), आस्सीपिटल(occipital) |
Lumber Puncture (लम्बर पंक्चर) | लम्वर पंक्चर | कमर की रीढ़ की हड्डी की मध्य रेखा में, दो हड्डियों के बीच सुई गहरे धंसा कर एक पानी जैसा द्रव पदार्थ प्राप्त करने की विधि । यह द्रव (सेरीव्रोस्पाइनल फ्ल्यूड) मस्तिष्क व स्पाइनल कार्ड के चारों और प्रवाहित रहता है । मस्तिष्क की कुछ खास बीमारियों (मेनिन्जाइटिस) के निदान में उक्त द्रव की जांच महत्वपूर्ण है । |
Mechanism (मेकेनिज्म) | कार्यविधि | मूल कारण द्वारा शरीर की रचना व कार्य में होने वाले परिवर्तन जिनसे वीमारी के लक्षणों की व्याख्या सम्भव हो । |
Meningitis (मेनिन्जाइटिस) | मेनिन्जाइटिस | मस्तिष्क के चारों ओर झिल्लियों की तीन परतें व उनके मध्य स्थित सेरिब्रोस्पाईनल द्रव(पानी) में इन्फेक्शन (संक्रमण) के कारण सूजन या प्रदाह |
Mental Retardation (मेन्टल रिटार्डेशन) | मन्द बुद्धि | वे बच्चे या व्यक्ति जिनका बुद्धिसूचकांक उक्त समाज के औसत स्तर की नियत निम्न सीमा रेखा से भी कम हो |
Metabolism (मोटाबोलिज्म) | चयापचय | शरीर के विभिन्न अंगों, ऊतकों, कोशिकाओं, रक्त आदि में सदैव घटती रहने वाली रास्त्रयनिक क्रियाएं जिनसे ऊर्जा पैदा होती है, खर्च होती है, पदार्थ बनते हैं, टूटते हैं -हजारों लाखों प्रकार के यौगिक, आयन्स, उत्प्रेरक, एन्जाइम्स, आदि |
Microbials (माइक्रोवियल्स) | जीवाणु | सूक्ष्मदर्शी यंत्र से दिखने वाले एक कोशीय जीव |
Mind (माइन्ड) | मन | एक काल्पनिक अंग है । वस्तुतः मस्तिष्क का ही हिस्सा है । मस्तिष्क द्वारा किये जाने वाले विशिष्ट कार्य जो केवल मनुष्यों में पाये जाते हैं - जैसे आत्मबोध, स्वयं का अहसास, इच्छा शक्ति पर नियंत्रण, हरेक का अपना अलग व्यक्तित्व, स्मृतियां, भावनाएं। इन समस्त कार्यो का मिला जुला नाम है. 'मन'। रहता मस्तिष्क में है, परन्तु ठीक-ठीक कहां, यह बताना सम्भव नहीं । मस्तिष्क के काफी सारे भाग में ये समस्त कार्य व्याप्त रहते हैं। |
Minor and Major Attack (मायनर एण्ड मेजर अटैक) | दौरा, लघु व बड़ा | वैज्ञानिक दृष्टि से दोनों शब्द उपयुक्त नहीं हैं । जिन दौरों में बेहोशी नहीं आती, ऐंठन व झटके नहीं आते और यदि आते भी हैं तो शरीर के छोटे से भाग में सीमित रहते हैं, लघु दौरा कहा जा सकता हैं| जिन दौरों में व्यक्ति गिर जाता हैं, बेहोश हो जाता हैं, पूरे शरीर में एठन झटके आते |
Motor System (मोटर सिस्टम) | प्रेरक तंत्र | मस्तिष्क के कुछ हिस्से, मस्तिष्क व स्पाइनलकाड ($[)8] ०0॥0 मेरु तंत्रिका) से निकलने वाली तंत्रिकाएं (नर्व) व मांस पेशियां, ये सब मिल कर प्रेरक तंत्र कहलाते हैं। इसका कार्य है मांसपेशियों की हरकतें । मनुष्य की समस्त गतियां (चलना, बोलना, हिलना डुलना, खेलना, प्रेम करना) इसीं तंत्र द्वारा सलीके से चलाई जाती हैं। प्रेरक तंत्र का काम घटने से लकवा होता है । |
Muscles (मसल्स) | मांस पेशियाँ | हाथ पैरों व पूरे शरीर में हिलने डुलने, काम करने की हरकतों के लिये अन्ततः मांसपेशियां ही चलायमान होती हैं । उनके सिकुड़न व फैलाव से गति व कार्य होते हैं| |
Myoclonic (मायोक््लोनिक) | झटके, मायोक्लोनिक | अचानक पैदा होने वाले जोर से क्षणिक झटके जो “चौंकना" या “चमकना" से मिलते हैं । हाथ से वस्तु छूट सकती है । व्यक्ति गिर सकता है। होश बना रहता हैं। मिर्गी के अलावा अन्य कारण भी होते हैं। |
Neurology (न्यूरालाजी) | तंत्रिका रोग विज्ञान | विज्ञान की वह शाखा जो निम्न अंगों की खरावी से पैदा होने वाले रोगों का अध्ययन करती हो- मस्तिष्क, स्पाइनलकार्ड, तंत्रिकाएं, मांसपेशियां, सिर, रीढ़ की हड्डी। |
Neuron (न्यूरान) | तंत्रिका कोशिका | मस्तिष्क की रचनात्मक व कार्यात्मक इकाई । |
Neuroscience (न्यूरो साइंस) | तंत्रिका विज्ञान | विज्ञान की वह शाखा जो निम्न अंगों की रचना व कार्य प्रणाली का अध्ययन करती हो :- मस्तिष्क, न्यूरान, तंत्रिंकाएं, स्पाइनल कार्ड, मांसपेशियां |
Neurotransmitters (न्यूरो ट्रांसमीटर्स) | तंत्रिका प्रेशक | न्यूरान कोशिकाओं व उनके तन्तुओं (एक्सान, डेन्ड्राइट) भरे रहने वाले व वहने वाले रासायनिक पदार्थ जो दो न्यूरान के आपसी सम्पर्क बिंदु(सायनेप्स synapse) पर रिसते रहते हैं ताकि सूचना का विद्युतीय प्रवाह आसान व विशिष्ट बना रहे। |
Partial Complex (पार्शियल काम्पलेक्स) | जटिल ओशिक | |
Partial simple (पार्शियल सिम्पल) | सरल ओशिक | |
Pathological Lesion (पेथालोजिकल लीजन) | रोग- निकतति | मस्तिष्क या अन्य अंग में किसी भी रोग या कारण से पैदा होने वाली खराबी जो या तो आंखों, एक्सरे आदि से या सूक्ष्मदर्शी यंत्र से देखी जा सके। |
Per Rectal (पर -रेक्टल) | गुदा मार्ग से | टट्टी के रास्ते औषधि देने की विधि । शीघ्र अवशोषण होता है। |
Positron Emission Tomography (PET) | पाजिट्रान एगिशन टोगोग्राफी | सिंगल फोटान एमिशन टोगोग्राफि (Single Photon Tomography) व (PET) (पाजीट्रान एमिशन टोमोग्राफी) मस्तिष्क व अन्य अंगों के बिम्ब चित्र प्राप्त करने की आधुनिक विधियां जिसमें नाभिकीय व रेडियोधर्गी यौगिकों की मदद से उतकों द्वारा उत्सर्जित फोटान व गामा किरणों की मात्रा का गणितीय आकलन करके कम्प्यूटर द्वारा चित्र बनाए जाते हैं। इन विधियों से मस्तिष्क के विभिन्न भागों के कार्यात्मक चित्र मिलते हैं (रचनात्मक नहीं , जो कैट स्कैन या एम आर आई से मिलते हैं) । कार्यात्मक चित्र का अर्थ है कि उक्त क्षण पर उक्त अंग में क्या गतियिधियां चल रही है उदाहरणार्थ रक्त प्रवाह की मात्रा, आक्सीजन व ग्लूकोज का उपभोग, ऊर्जा की खपत, न्यूरोट्रांसमीटर्स का प्रवाह आदि। |
Pharmacokinetics (फार्मेकोकाइनेटिक्स) | भेषजगतिज विज्ञान | विज्ञान की वह शाखा जो किसी औषधि के सेवन के सन्दर्भ में निम्न वातों का अध्ययन करती हो :- उसका शरीर में प्रवेश, विभिन्न अंगों तक पहुंचना, रक्त व अंगों में उसकी मात्रा, उस मात्रा का घटना, शरीर से बाहर निकलना । |
Polarisation (पोलेराईजेशन) | ध्रुवीकरण | न्यूरान कोशिकाओं , उनके तन्तुओं व अंतर्ग्रंथन (सायनेप्स) के सन्दर्भ में झिल्लियों के अन्दर ऋणात्मक विद्युत् व बाहर धनाताम्क विद्युत आवेश का एक अंतर बने रहना व विद्युत का स्थिर रहना| |
Post – Ictal (पोस्ट-इक्टल) | पाश्च दौर | मिर्गी के दौरे के सन्दर्भ में, दौरे के कुछ सेकंड्स या मिनट के पूर्व के लक्षण “प्रीइक्टल” व बाद के लक्षण को “पोस्ट इक्टल” कहलाते हैं| मुख्या दौरे के लक्षण “इक्टल” कहलाते हैं |
Pre - Ictal (प्रीइक्टल) | पूर्व दौर | मिर्गी के दौरे के सन्दर्भ में, दौरे के कुछ सेकंड्स या मिनट के पूर्व के लक्षण “प्रीइक्टल” व बाद के लक्षण को “पोस्ट इक्टल” कहलाते हैं| मुख्या दौरे के लक्षण “इक्टल” कहलाते हैं |
Premonition(प्रिमोनिशन) | पूर्वाभास | मिर्गी का दौरा शुरू होने के अनेक मिनट या घण्टे पूर्व कुछ गरीजों को विशिष्ट लक्षणों द्वारा होने वाला अनुमान । |
Prevalance ( प्रेवेलेंस) | व्यापकता | एक निश्चित जनसंख्या में, किसी एक नियत दिनांक या अवधि में किसी बीमारी के समस्त रोगियों की संख्या । नये व पुराने सभी | उदाहरण १ लाख लोगों में किसी एक दिन सर्वेक्षण करने पर पाया गया कि ५०० लोगों को मिर्गी रोग था या रहा था। |
Primary Epilepsy (प्रायमरी एपिलेप्सी) | प्राथमिक मिर्गी | |
Pseudoseizures(स्यूडो सीजर्स) | मिथ्या दौरे | किसी शारीरिक अंग में विकृति या खराबी अनुपस्थित, रहने पर भी उक्त अंग से संबंधित बीमारी के लक्षणों का मिलता-जुलता अभिनय, जो मरीज द्वारा अनजाने में, भोलेपन से, अवचेतन मन से, (जान बूझ कर नहीं) किया जाता है। इसके मूल में प्रायः कोई मानसिक तनाव होता है व पलायन तथा ध्यानाकर्पण की भावना रहती है। हिस्टीरिया के अनेक रूपों में से मिर्गीनुमा मिथ्या दौरे प्रमुख हैं। |
Psychiatrist (साइकिएट्रिस्ट) | मानसिक रोग चिकित्सक | वह विशेषज्ञ जो मानसिक रोगों के निदान व उपचार में निष्णात हों । ये विशेषज्ञ मेडिकल डाक्टर होते हैं । |
Psychology (सायकोलॉजी) | मनोविज्ञान | वह विशेषज्ञ जो मानसिक रोगों के निदान व उपचार में निष्णात हों । ये विशेषज्ञ मेडिकल डाक्टर होते हैं । |
Quotient, Intelligence (क्योशंट, इन्टैलिजेन्स) | बुद्धि सूचकांक | मस्तिष्क द्वारा सम्पादित, निष्पादित, नियंत्रित, व उसी में अवस्थित 'मन' नामक कार्यप्रणाली का एक प्रमुख गुण है बुद्धि'-जिसके बूते पर मनुष्य जानकारी भण्डारित रखता है, समस्याओं को हल करता है, विचार करता है । अनेक परीक्षणों, प्रश्नों, पहेलियों के मिले जुले प्राप्तांक से बुद्धि सूचकांक की गणना करते हैं। |
Relapse (रिलेप्स) | पुनरावृत्ति | कुछ समय तक लक्षण अनुपस्थित रहने (रेगीशन) के बाद बीमारी की सक्रियता के क्लिनिकल व जांच-सम्बन्धी चिन्ह पुनः मिर्गी का रिलेप्स (पुनरावृत्ति) हो सकता है । |
Risk Factor(रिस्क फेक्टर) | जोखिम कारक | जिन व्यक्तियों को उच्च-रक्तचाप, डायबिटीज़, उच्चकोलेस्ट्राल,ह्रदयरोग आदि हों, जो धुम्रपान करते हैं, उसमें पक्षाघात तथा उसके कारण अफेज़िया की जोखिम बढ़ जाती हैं| वह कारण या अवस्था जिसके मौजूद होने से किसी बीमारी के होने की सम्भावना बढ़ जाती है | उदाहरण : तम्वाखू खाना मुंह के कैन्सर के लिये जोखिम कारक है। प्रत्येक जोखिम कारक वीमारी का मूल कारक हो भी सकता और नहीं भी । |
Secondary Epilepsy (सेकेन्डरी एपिलेप्सी) | द्वितीयक मिर्गी | मिर्गी के वे मामले जिनमें क्लीनिकल या प्रयोगशाला जांच के आधार पर निश्चित कारण ज्ञात हो सके | मिर्गी नुमा दौरे उक्त कारण (बीमारी, रोग- अवस्था) द्वारा उत्पन्न अनेक लक्षणों में से एक या एकमात्र लक्षण हो सकते हैं । |
Seizure (सीजर) | दौरा | लघू अवधि (कुछ सेकण्ड्स से कुछ मिनट्स) की अवस्था जिसमें निम्न में से एक या अधिक या सभी कार्यों पर प्रभाव पड़ता है - “चैतन्यता(होश), प्रेरक हरकतें (मोटर), संवेदनाएं (सेन्सरी), मानसिक-व्यावहारिक कार्य । दौरा या सीजर के बगैर मिर्गी की परिभाषा सम्भव नहीं । मिर्गी रोग में दौरे या फिट बार-बार आते हैं । मिर्गी के अलावा और भी अनेक बीमारियाँ हैं जिनमें दौरे या फिट आ सकते हैं । अंग्रेजी के निम्न, अनेक शब्दों के लिये हिन्दी में भिन्न पर्यायवाची न होने से दौरा शब्द बार-बार प्रयुक्त होता है - अटैक, कन्वल्शन, सीजर, फिट, स्पेल |
Self Help Group (सेल्फ हेल्प ग्रुप) | स्वयं सेवक समूह | किसी बीमारी या समस्या से पीड़ित लोगों का समूह जो अपनी मदद आप करता है- आपस में मिलकर, चर्चा करके। |
Sensory (सेन्सरी) | संवेदी | विभिन्न इन्द्रियों (आँख, कान, नाक, जिव्हा, स्पर्श) से प्राप्त जानकारी का नर्वस (तंत्रिकाओं) द्वारा मस्तिष्क तक लाया जाना, उसका आकलन, मिलान, भण्डारण आदि | |
Sheltered Workshop(शेल्टर्ड वर्कशार्प) | आश्रित कार्यशाला | अनेक रोगी शारीरिक या मानसिक कमी से रोजगार नहीं पाते हैं । उनके लिये विशेष कार्यस्थल जहां वे व्यस्त रहें, देखभाल भी हो, कुछ कमाई हो तथा समाज के लिये उपयोगी बने, न कि पूरी तरह से भार । अनेक प्रकार के लघु व आसान उद्योग कराये जा सकते हैं । |
Side effect (साइड इफेक्ट) | दुष्प्रभाव | औपधियों के अनेक प्रकार के अवांछित प्रभाव, जैसे आरम्भिक, दीर्घकालिक, अप्रत्याशित, विषाक्त आदि | सदैव जरूरी नहीं कि शरीर में या रक्त में औषधि की मात्रा बढ़ी हुई हो । |
Single Photon Emission Computerised Tomography | सिंगल फोटान एमिशन कम्प्यूटराइजूड टोमोग्राफी या स्पेक्ट | सिंगल फोटान एमिशन टोगोग्राफि (Single Photon Tomography) व (PET) (पाजीट्रान एमिशन टोमोग्राफी) मस्तिष्क व अन्य अंगों के बिम्ब चित्र प्राप्त करने की आधुनिक विधियां जिसमें नाभिकीय व रेडियोधर्गी यौगिकों की मदद से उतकों द्वारा उत्सर्जित फोटान व गामा किरणों की मात्रा का गणितीय आकलन करके कम्प्यूटर द्वारा चित्र बनाए जाते हैं। इन विधियों से मस्तिष्क के विभिन्न भागों के कार्यात्मक चित्र मिलते हैं (रचनात्मक नहीं , जो कैट स्कैन या एम आर आई से मिलते हैं) । कार्यात्मक चित्र का अर्थ है कि उक्त क्षण पर उक्त अंग में क्या गतियिधियां चल रही है उदाहरणार्थ रक्त प्रवाह की मात्रा, आक्सीजन व ग्लूकोज का उपभोग, ऊर्जा की खपत, न्यूरोट्रांसमीटर्स का प्रवाह आदि। |
Spasm(स्पाज्म) | अकड़न या जकड़न या तनाव | मांसपेशी का तीव्रता से सिकुड़ना, संकुचन । कन्वल्शन नामक अवस्था में स्पाज्म होते हैं। |
Spect (स्पैक्ट) | स्पेक्ट | सिंगल फोटान एमिशन टोगोग्राफि (Single Photon Tomography) व (PET) (पाजीट्रान एमिशन टोमोग्राफी) मस्तिष्क व अन्य अंगों के बिम्ब चित्र प्राप्त करने की आधुनिक विधियां जिसमें नाभिकीय व रेडियोधर्गी यौगिकों की मदद से उतकों द्वारा उत्सर्जित फोटान व गामा किरणों की मात्रा का गणितीय आकलन करके कम्प्यूटर द्वारा चित्र बनाए जाते हैं। इन विधियों से मस्तिष्क के विभिन्न भागों के कार्यात्मक चित्र मिलते हैं (रचनात्मक नहीं , जो कैट स्कैन या एम आर आई से मिलते हैं) । कार्यात्मक चित्र का अर्थ है कि उक्त क्षण पर उक्त अंग में क्या गतियिधियां चल रही है उदाहरणार्थ रक्त प्रवाह की मात्रा, आक्सीजन व ग्लूकोज का उपभोग, ऊर्जा की खपत, न्यूरोट्रांसमीटर्स का प्रवाह आदि। |
Status Epilepticus(स्टेटस एपिलेप्टीकस) | सतत मिर्गी अवस्था | मिर्गी के सक्रिय दौरे का लगातार ३० मिनट से अधिक समय तक जारी रहना या एक के बाद एक दौरों का यूं आना कि अन्तराल में सामान्य होश न लौट पाए। |
Stimulation (स्टीमुलेशन) | उद्दीपन | उकसाना, प्रेरित करना, सक्रिय करना । तंत्रिकाओं (न्यूरान कोशिकाओं) के सन्दर्भ में उनकी विद्युतीय सक्रियता को पैदा करना या बढ़ाना जिसके कारण वे अधिक सुलगने लगती हैं, फायरिंग करती हैं । |
Stupor | अर्धबेहोशी की एक अवस्था | हल्की बेहोशी की एक अवस्था जिसमें तीव्र उद्दीपन से व्यक्ति को कुछ क्षणों के लिये जगाया जा सकता है, पुनः बेहोशी में चला जाता है |
Subconscious (सबकान्शियस) | अवचेतन | यह शब्द नयूरोलाजी का नहीं वरन मनोविज्ञान का है | मन या माइण्ड की कार्यप्रणाली के वे पहलू जिनका स्वयं व्यक्ति को भान या अहसास नहीं होता, परन्तु उनके होने का निष्कर्ष अप्रत्यक्ष प्रमाणों द्वारा निकाला जा सकता हैं जैसे कि उस व्यक्ति के कथोपकथनों, कार्यकलापों, व्यवहार आदि की व्याख्या करके |
Synapse (सायनेप्स) | अन्तग्रर्थन | दो न्यूरान कोशिकाओं का संधि स्थल । अक्ष तन्तु व पार्श्वतन्तु नामक धागों के सिरों पर या बीच लम्बाई में भी ये सस्धि स्थल देख जाते हैं | तन्तु आपस में जुड़े य़ा चिपके होते । सन्धि स्थल पर एक महीन गेप या अन्तराल होता है । एक कोशिका से दूसरी तक विद्युत व रासायनिक संदेश का आदान-प्रदान स्थल यही है | अनेक न्यूरोट्रान्समीटर्स यहां रिसिते रहते हैं । भाषा, शब्द, अर्थ, व्याकरण नियम आदि का मस्तिष्क में संधारण इन्ही सायनेस द्वारा बनाये गये परिपथों में होता हैं। |
Syncope | मूर्छा, गश आना या फैन्टिंग | रक्तचाप में थोड़ी देर की कमी के कारण मस्तिष्क तक रक्त द्वारा आक्सीजन न पहुंचने से आने वाली वेहोशी व गिर पड़ना यह वाचाघात नहीं है । |
Syndrome (सिन्द्रोम) | लक्षण, संकुल | मरीजों द्वारा भोगे जाने वाले लक्षणों व चिकित्सकीय जांच में पाये जाने वाले असामान्य परिणामों का ऐसा मिलाजुला समूह जो प्रायः देखा जाता हो परन्तु किसी एक बीमारी के कारण नहीं होता वरन् एक से अधिक कारण होते हैं । मिर्गी रोग में भी अनेक सिण्ट्रोम की पहचान की गई है। |
Teratogenic (टिरिटोजनिक) | जन्मजात विरुपता कारी | वे अवस्थाएं या कारक (उदाहरण औपधियां, रसायन, नशे, इन्फेक्शन) जिनका उपयोग या असर गर्भवती महिला द्वारा हो तो पैदा होने वाले बच्चे में जन्मजात विकृति, विरूपता, या खराबी मौजूद रह सकते हैं| |
Tonic(टॉनिक) | अकड़न या तनाव या जकड़न | तनाव । मांसपेशियों का जोर से सिकुड़ना, संकुचन । स्पाज्म या क्लोनिक या मायोक्लोनिक की तुलना में अवधि अधिक। अनेक सेकण्ड्स या मिनट। |
Toxic Effect(टाक्सिक इफेक्ट) | विषाक्त प्रभाव | औषधियों के वे बुरे प्रभाव जो रक्त में उनकी घुली हुई मात्रा आम औसत सीमा रेखा से कहीं अधिक होने के कारण पैदा होते हैं । |
Transient Ischaemic Attack | ट्रान्जिएण्ट इस्चीमिक अटैक या टी आई ए | मस्तिष्क के एक सीमित भाग के रक््तप्रवाह्ट में आने वाली अस्थायी रुकावट या कमी जो उक्त भाग से संवंधित लक्षण पैदा करती है (उदाहरण-एक हाथ-पैर में लकवा) और कुछ ही मिनटों या घंटों के भीतर सब सामान्य हो जाता है । कुछ विशेष प्रकार के टी आई ए के लक्षण वाचाघात से मिलते-जुलते प्रतीत हो सकते हैं । यदि रक्त प्रवाह में कमी मस्तिष्क के वाणी केन्द्रों वाले भाग में हुई हो तो| |
Unconciousness (अनकान्शियसनेस) | अचेतना, बेहोशी | व्यक्ति को जगाया नहीं जा सकता । संवाद नहीं । परन्तु यह वाचाघात नहीं हैं । व्यक्ति की इन्द्रियों द्वारा गृहीत कोई जानकारी स्मृति-भण्डार तक नहीं पहुँच पाती। कुछ रिफ्लेक्स कार्य मौजूद रह सकते हैं। जैसे सुई चुभाने पर हाथ-पाँव हिलाना। |
Intra-venous or I.V.(इन्ट्रावीनस या आय वी) | अन्तःशिरा | इन्जेक्शन द्वारा औषधि देने की विधि जिसमें सुई की नोक, “शिरा'” या “वेन” नामक खून-नलिका के अन्दर धसातें हैं तथा औषधि सीधे रक्त में प्रवाहित होकर तुरंत पूरे शरीर में (कुछ सेकंड में) पहुच जाती हैं। |
Vertigo (वर्टाइगो) | घूर्णन | “चक्कर” का एक प्रकार जिसमें या तो आसपास की वस्तुएं, हिलते प्रतीत होते है या खुद का शरीर घूमता हिलता प्रतीत होता है । यह मिर्गी नहीं है। |
Virus (वायरस) | विषाणु | सबसे सूक्ष्म आकार के जीव जिनकी स्वतंत्र-सत्ता नहीं होती, स्वंयं की कोशिका नहीं होती, केवल नाभिकीय डी एन ए (जीन की इंकाई) यां आर एन ए होता है, जो किसी अन्य प्राणी या पौधे की कोशिकाओं के अन्दर रहकर अपनी संख्या बढ़ाता है। |