आज से दो तीन दशक पूर्व तक न्यूरोलॉजी के बारे में माना जाता था कि उसमें कोई खास इलाज नहीं हैं। ज्यादातर रोग असाध्य है। एक उक्ति चलती थी “Diagnose and Adios”डायग्नोसिस बनाओ (बीमारी पहचानों) और “अलविदा” या “बाय-बाय” अब स्थिति बदली हैं। बेहतरी के लिए बदली है। एक पुरानी कहावत रही हैं ……डॉक्टर के पास तीन साधन होते हैं …….“बूटी,चाकू और शब्द”बूटी अर्थात औषधियां, चाकू याने सर्जरी और शब्द -सांत्वना के ।
एक और प्रसिद्ध कथन हैं ———–
a ) चिकित्सा बिरले ही क्योर (cure) करती हैं या बिरले ही रोग को पूरी तरह से ठीक कर देती हैं— लेकिन
b ) कभी कभी कुछ सुधार कर देती हैं, — तथा उसमें बढ़ कर
c ) सदैव सांत्वना देती है।
उपरोक्त कथन न्यूरोलॉजी पर भी लागु होते है। बूटी और चाकू द्वारा तथा उनके भी अलावा, उपचार कि नयी विधियां विकसित हुई है।
“शब्दों” द्वारा उपचार के नए आयाम खुले है।
यदि कोई रोग “असाध्य” ‘Incurable’ हो तो उसका मतलब यह नहीं कि डॉक्टर कहे “तुम्हारे लिए मेरे पास कोई इलाज नहीं है”। ऐसा कहना गौर लापरवाही हैं, जिम्मेदारी व् कर्तव्य से भागना हैं, धर्म का पालन न करना हैं। ऐसे मरीज़ों के साथ डॉक्टर को तुलनात्मक रूप से अधिक समय गुजारना पड़ता है। उनकी समस्या सुनना। उनकी तकलीफों, दुःखों, चिंताओं को समझना। मरीज़ और घर वाले इसी में संतुष्ट होते हैं “। “डॉक्टर साहब से कम से कम हमारी बातें सुनी तो सही। ” चिकित्सक को हर तरह की संभव मदद के लिए तत्परता से उपस्थित रहना चाइये। मरीज़ के साथ भी और मरीज़ के बाद भी … परिवार के साथ दुःख को साझा करने के लिए।
किसी भी प्रकार का उपचार या दखल (Intervention ) सबूत पर आधारित होना चाहिए।
कृपया देखिये लेख सबूत पर आधारित चिकित्सा Evidence Based Medicine
[लाक्षणिक उपचार : Symptomatic Treatment ] बीमारी के मूल कारण का इलाज़ करने के साथ साथ रोग द्वारा पैदा होने वाले लक्षण [Symptom ] या
‘तकलीफ’ का उपचार भी जरुरी हैं।
यदि किसी मरीज़ को बुखार आ रहा हो तो बुखार उतारने वाली औषधि पेरासिटामॉल (Paracetamol ), लाक्षणिक उपचार का उदाहरण हैं। Typhoid (टाइफाइड) पैदा करने वाले बैक्टीरिया को मारने वाले औषधि [क्विनोलिन एंटीबायोटिक] रोग के मूल कारन का curative उपचार हैं। दोनों इलाज़ साथ साथ चल सकते हैं।
अनेक अवसरों पर बीमारी के मूल कारण को ठीक करने का कोई उपाय नहीं होता हैं फिर भी Symptoms को कण्ट्रोल करना अच्छा होता हैं। जैसे कि पार्किंसन रोग…………मुख्य बीमारी को हम ठीक नहीं कर सकते। उसे तो धीमी गति से बढ़ना, सो बढ़ेगी। लेकिन Levodopa औषधि के दैनिक सेवन से रोग के लक्षणों को अनेक वर्षों तक काफी हद तक दबा कर रखा जा सकता हैं।
मोटर न्यूरॉन रोग व एल्ज़ीमर्स डिमेंशिया जैसे असाध्य रोगों में, रोग के बिगड़ते जाने कि गति पर आंशिक ब्रेक लगाने वाले कुछ उपचार है।
अनेक रोगों में Relapse और Remission होते हैं। कुछ समय (मिनिट, दिवस, सप्ताह माह) बीमारी जोर दिखती हैं —–अटैक या Episode आते हैं, फिर भिन्न भिन्न अवधि के लिए उसका जोर समाप्त या कम हो जाता हैं। मिर्गी कि बिमारी जड़ से नहीं जाती लेकिन उसमें बार बार आने वाले दौरों को रोकने का इलाज़ हैं।
गोलियां प्रतिदिन अनेक वर्षों तक खानी पड़ती है।
तालिका
1. औषधियाँ |
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आधुनिक चिकित्सा विज्ञान में औषधियां (medicines , Drugs ) मुख्य भूमिका निभाती हैं। वैसे उनका इतिहास पुराना है। आदि काल से आयुर्वेद , हकीमी , यूनानी, चीनी, तिब्बती, जनजातीय चिकित्सा में अनेक प्रकार की जड़ी-बूटियां, प्राणियों से प्राप्त पदार्थ और रसायन(केमिकल) का उपयोग होता आया है। इनमें से कुछ अधिक उन्नत थी तो कुछ कम…. विस्तार में पढने के लिये क्लिक करें |
2. न्यूरो भौतिक उपचार (Neurophisiotherapy) |
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शारीरिक चिकित्सा उपचार पूरी तरह से रोगी की स्थिति और लक्षणों पर निर्भर करती हैं हासिल की जा सकने वाली भौतिक सम्भावनाओ के बारे में सुनिश्चित करे हैं। न्यूरोलॉजीकल फ़िजिओथेरपी तंत्रिका तंत्र को प्रभावित….. विस्तार में पढ़ने के लिये क्लिक करें |
3. व्यवहार चिकित्सा (आक्युपेशन थेरेपी) |
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विभिन्न न्यूरोलॉजिकल स्थितियों में शारीरक व मानसिक अशक्तता के कारन पुनर्वास में होने वाली परेशानियों को व्यावसायिक चिकित्सा के माध्यम से कम किया जाता है। कम शारीरक ताकत, असंतुलन, आत्मविश्वास की कमी आदि को पहचान कर पुनः दैनिक गतिविधियों व जीविकोपार्जन सम्बन्धी कार्य में भाग लेने में मदद मिलती हैं व पुनर्वास किया जाता हैं। विस्तार में पढ़ने के लिये क्लिक करें |
4. पुनर्वास (रिहैबिलिटेशन) |
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कुछ बड़े शहरों में पेशेन्ट सपोर्ट ग्रुप्स ने विधायिका, कार्यपालिका, न्यायपालिका और संचार के क्षेत्र में स्वयं के हितों की खातिर काम शुरु किया है । ये समूह नेतृत्व, पैरवी, सामाजिक सक्रियता, सहकारिता व सूचना के प्रसार जैसी गतिविधियों द्वारा अपने लक्ष्यों को पाने की कोशिश कर रहे हैं । विस्तार में पढ़ने के लिये क्लिक करें |
वाणी चिकित्सा (स्पीच लैंग्वेज थेरेपी) Speech Language Therapy |
कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी Cognitive Behavioral Therapy |
न्यूरो सर्जरी – मस्तिष्क Neurosurgery – Brain |
न्यूरो सर्जरी – रीढ़ Neurosurgery – Spine |
स्टीरियोटेक्टिक ब्रेन सर्जरी Stereotactic Brain Surgery |
जेनेटिक उपचार तथा परामर्श Gene Therapy and Genetic Counselling |
रोकथाम Prevention |
पूर्वानुमान Prognosis |
जीवन की संध्यावेला और प्रशासक सुश्रुषा Palliative and End of Life Care |
डीप ब्रेन स्टिमुलेशन तथा अन्य न्यूरो उद्दीपन Deep Brain Stimulation and other Neuro stimulation |
न्यूरोवास्क्युलर इंटरवेंशनल उपचार इंटरनेशनल Neurovascular Interventional Treatment |
इंटरवेंश्नल दर्द उपचार Interventional Pain Management |