
वर्ष 2004 में, नाथन कॉप्लेंड 18 वर्ष का युवक था जब एक मोटरसाइकिल दुर्घटना में उसकी गर्दन की रीढ़ की हड्डी टूट गई । उसके अंदर स्थित स्पाइनल कॉर्ड (मेरु रज्जु) क्षतिग्रस्त होने से उसके चारों हाथ पांव निशक्त हो गए । दिन-रात बिस्तर पर पड़ा रहता था। मल-मूत्र पर नियंत्रण नहीं था। छाती के […]