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तुलसीदासजी अपनी पत्नी रत्नावली के प्रेम में पागल थे। घनघोर बारिश में उफनती नदी पार कर के घर में प्रवेश के लिए खिड़की से लटके हुए सांप को रस्सी समझ कर, उसके सहारे चढ़कर , अन्दर कक्ष में पहुँच गये थे। पत्नी की फटकार के बाद जो हुआ जो राम की इच्छा थी लेकिन सांप […]