
आज शीला देवी का साठवां जन्मदिन धूमधाम से मनाया जा रहा था। दस वर्ष का अनुपम अपने मॉ-पापा के साथ अमेरिका से आया था, चार साल के लम्बे अन्तराल के बाद। वह दादी को ध्यान से देख रहा था, और सोच रहा था- दादी चुप है, कुछ बोलती नहीं। हाथ पांव गर्दन हिलाती नहीं, आँखें खुली है पर किसी […]