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मालव धरती गहन गम्भीर । पग पग रोटी, डग डग नीर । महाकवि कालिदास, तानसेन, बैजूबावरा, भर्तहरी और भवभूति की इसी सरजमीं पर अवन्तिका के सांदीपनी आश्रम में श्री कृष्ण और सुदामा जैसे सहपाठियों ने अपनी मातृसंस्था से प्राप्त सस्कारों का आदर करने की और दोस्ती निभानें की परम्पराओं की नींव डाली थी। एल्युमनाई अर्थात् […]