
प्राणियों में अनेक प्रयोग किये गये हैं जो पढ़ने-सुनने में शायद कुछ पाठकों को अच्छे न लगें। परंतु वैज्ञानिक खोजों में ऐसे प्रयोग जरूरी हैं। चूहा, खरगोश बंदर आदि जानवरों की खोपड़ी खोलकर मस्तिष्क के छोटे बिन्दु पर जान-बूझकर विकृति (पेथालॉजी) पैदा करते हैं। अनेक तरीके हैं। कुछ रसायन लगाते हैं, ऐसे रसायन जो मस्तिष्क […]