
मारुतं धारयेत स्तुत मुक्तो मात्र संशयः ।वायु का संयम करने से मनुष्य मुक्त हो जाता है, इसमें सन्देह नहीं |उपनिषद्वायु पंचमहाभूतों में से एक है । न केवल जीवन, वरन पदार्थ मात्र के अस्तित्व के मूलाधारों में से एक है ।इस धरती पर जीवन इसीलिये सम्भव हुआ कि यहाँ काफी शुरू से वायुमण्डल का आविर्भाव […]