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“भाषा बहता नीर” न्यूरोज्ञान व्याख्यान माला (तृतीय अंक)

1.0 “संस्कृत कूप जल, भाषा बहता नीर” ऐसा कहा कबीर दास जी ने । इसी उक्ति पर वर्ष 1981 में समालोचनात्मक निबन्ध लिखा वरिष्ठ साहित्यकार श्री कुबेरनाथ राय ने । उन्होंने कहा “कबीर की कही हुई बात है, सही होनी ही चाहिये । कबीर थे बड़े दबंग और साफ़ दिल । लेकिन कबीर के पास […]

“प्रकृति या परवरिश” न्यूरोज्ञान व्याख्यान माला (द्वितीय अंक)

राज कपूर की फ़िल्म “आवारा” में नायक गरीब घर से है लेकिन आदर्शवादी है । 1950 के दशक में “नया दौर” का जमाना था । 1975 तक आते-आते मोहभंग होने लगता है । राज कपूर द्वारा निर्मित “धरम करम” में रणधीर कपूर इस बात का प्रतीक है कि अच्छे बाप की संतान ही अच्छी होती […]

चेतना  का न्यूरो विज्ञान

न्यूरोज्ञान व्याख्यान माला इतिहास साक्षी है कि एक के बाद एक चमत्कारों का पर्दाफाश विज्ञान ने किया है। तमाम Mythology, अब इतिहास और मनोरंजक कहानियों के रूप में रह गए हैं।  न्यूरोज्ञान व्याख्यान माला – फोटो गैलरी यह सूची अंतहीन है। लेकिन विज्ञान का काम कभी समाप्त नहीं होता। विज्ञान के सम्मुख हजारों Fronts, हजारों […]

न्यूरो ज्ञान

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