मस्तिष्क के किसी हिस्से में रक्त की आपूर्ति में रुकावट आने पर लकवा या पक्षाघात होता है | यदि मस्तिष्क का प्रभावित हिस्सा बोलने या समझने के केन्द्रों से सम्बंधित हो तो इस तरह की समस्या आती है |
अफेज़िया से पीड़ित लोग बातचित नहीं कर पाते है, लेकिन वे बुद्धिहीन नहीं है | इस तरह के आयोजनों के माध्यम से मरीजों, उनके परिजनों, व्यवस्थापकों एवं डॉक्टर्स को अफेज़िया के बारे में उपलब्ध संसाधनों, थेरापी की नई तकनिकों के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई जाती है |
संवाद के मुख्य बिंदु:
- मरीजों और देखभाल कर्ताओं के बीच मेलजोल
- अफेज़िया के बारे में जागरूकता और ज्ञान
- स्पीच लैंग्वेज थेरेपी (वाणी चिकित्सा) की उपयोगिता
- संवाद साथी प्रशिक्षण (Communication Partner Trainning)
- संवाद की सहायक विधियाँ (AAC)
- मरीजों के हितों और अधिकारों की पैरवी के लिए स्वयं सहायता समूह (Pune Aphasia Association) की स्थापना
- शोध में सहभागिता
उक्त आयोजन 15-16 अप्रैल 2023 को, मुंबई में प्रस्तावित है| आयोजन निशुल्क है |
अधिक जानकारी एवं रजिस्ट्रेशन हेतु संपर्क करें : 8889997279