स्वागत है आप सबका। इस महान संस्था के सौ साल पूरे होने के समारोह में आये, आप सबों का स्वागत है। हम, इस महाविद्यालय के वर्तमान छात्र आपका अभिनन्दन करते हैं और शुभकामनाएं व्यक्त करते हैं कि इस अवसर पर आप यहाँ आत्मीय वातावरण पायें व संतष्ट हों। लेकिन सबसे पहला ही प्रश्न जो उठता है, उसका उत्तर […]
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दिल्ली के दंगे – एक डॉक्टर की डायरी
यह लेख किसी ख्यातनाम पत्रकार का नहीं है, बल्कि उस डॉक्टर की डायरी के कुछ हिस्से है, जो उसने दिल्ली के आयुर्विज्ञान संस्थान में उन दो दिनों के दौरान लिखे, जब पूरा दिल्ली जल रहा था…..! बुधवार 31 अक्टूबर को दिन में ग्यारह बजे सिटी बस में बैठ कर स्टेशन जा रहा था अपना स्कूटर लाने के लिए। […]
सेवानिवृत्ति उदगार
कविवर सुमित्रानन्दन पन्त ने अपनी एक प्रसिद्ध रचना में कहा था ‘परिवर्तन ही जीवन का एक मात्र सत्य है। और सब बातें परिवर्तनशील हैं। यही एक सत्य अटल है।” किसी व्यक्ति के जीवन में परिवर्तन, भले ही आंशिक परिवर्तन, का यह आधारभूत सत्य क्यों आयोजित किया जा रहा है? इसके पीछे एक आस्था है, विश्वास है कि परिवर्तन प्राय: भले के […]
दुर्घटना के बहाने चिंतन
प्रिय मित्रों, दिनांक 3 सितम्बर 2009 को दोपहर 2 बजे मैं एक सड़क दुर्घटना का शिकार हुआ । एम.वाय. अस्पताल के न्यूरालाजी विभाग में काम करते समय मुझे सुयश अस्पताल से फोन आया कि एक मरीज को सिर्फ दो घण्टे पूर्व लकवे (पक्षाघात ) का दौरा शुरू हुआ है । उसे तुरन्त आ कर देखें […]
समय प्रबन्धन – Time Management
समय एक ऐसा भागता हुआ इंसान हैं, जिसके सिर के सामने के हिस्से में घने बाल हैं, पीछे से गंजा हैं | यदि उसे पकड़ना चाहते हो तो पहले से धार लो वरना फिर पछताओं जब चिड़िया चुग गई खेत | Nobody is too busyजो जितना व्यस्त हैं, उसे काम दो तो जरुर हो जावेगा | […]
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