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सेवानिवृत्ति उदगार

कविवर सुमित्रानन्दन पन्त ने अपनी एक प्रसिद्ध रचना में कहा था ‘परिवर्तन ही जीवन का एक मात्र सत्य है। और सब बातें परिवर्तनशील हैं। यही एक सत्य अटल है।” किसी व्यक्ति के जीवन में परिवर्तन, भले ही आंशिक परिवर्तन, का यह आधारभूत सत्य क्यों आयोजित किया जा रहा है? इसके पीछे एक आस्था है, विश्वास है कि परिवर्तन प्राय: भले के […]

दुर्घटना के बहाने चिंतन

प्रिय मित्रों, दिनांक 3 सितम्बर 2009 को दोपहर 2 बजे मैं एक सड़क दुर्घटना का शिकार हुआ । एम.वाय. अस्पताल के न्यूरालाजी विभाग में काम करते समय मुझे सुयश अस्पताल से फोन आया कि एक मरीज को सिर्फ दो घण्टे पूर्व लकवे (पक्षाघात ) का दौरा शुरू हुआ है । उसे तुरन्त आ कर देखें […]

एड्स रोग के मनो-सामाजिक पहलु

वैसे तो मनुष्य का इतिहास विभिन्न जीवाणुओं से लड़ने का रहा हैं। इस धरती पर बहुत साड़ी स्पीशीज़ रही और जो जीवाणु है जिसमे की हम बेक्टेरिया, वायरस, प्रोटोजोआ, पैरासाइट सबको गिनते हैं पर जीवियों को भी जो इस धरती पर रहते है, और मनुष्य भी इस धरती पर रहा हैं, और उसके संघर्ष की कहानी है, वो भी अनादि काल से […]

सारे जहां का दर्द हमारे जिगर ‘लिवर’ में है।

प्रसिद्ध यूनानी नायक पृमथ्यु स्वर्ग से आग चुरा लाया था, धरती के लोगों के लिये। स्वर्ग के देवताओं ने उसे सजा दी थी एक शिला पर जंजीर से बांधकर – जहां रोज गरूड़ आदि पक्षी नोंच-नोंच कर उसका लीवर खाते थे – लीवर फिर उग आता था। पीड़ा चलती रहती | इस पुरातन कथा में एक वैज्ञानिक तथ्य […]

नकली दिल

‘बहुत शोर सुनते थे पहलू में दिल के, चीरा तो कतरा–ए–खून मिला।‘ शायर की इस कल्पना को अमेरिकी डॉक्टरों ने साकार कर दिया है। नकली हाथ पैर की तरह ‘नकली दिल’ भी पैदा कर लिया गया है। इस नकली दिल के सहारे दिल का एक मरीज (मरीज असली है) जिन्दा है और डॉक्टरों को उम्मीद है कि वह […]

बतायें या न बताऐँ ?

(मिर्गी के मरीजों और परिजनों के साथ डॉक्टर की मीटिंग) डॉक्टर – मित्रो! आज हमने चर्चा की कि मिर्गी के पीड़ित व्यक्ति की शादी हो सकती है, उनके यौन संबंध सामान्य होते हैं, वे अच्छे माता-पिता बनेंगे, बच्चों की अच्छी परवरिश कर पाएँगे उनके बच्चों का स्वास्थ्य अच्छा होगा, बच्चों में मिर्गी रोग के होने की आशंका बहुत कम होगी ? और […]

कथा – एक लक्ष्मी

मेरी क्लिनिक में अगली मरीज थी लक्ष्मी। उम्र शायद बीस वर्ष होगी | सामान्य कद काठी। सांवला रंग। थोड़ी सी गम्भीर, सहमी और डरी हुई लग रही थी। अपनी मां और भाई के साथ आई थी। कॉलेज में पढ़ती थी। मैंने पूछा- क्या हुआ? मां बोली ‘डॉक्टर साहब एक सप्ताह पहले अचानक सुबह नाश्ता करते समय इसे पता नहीं […]

नकलची हाथ

मोहम्मद सादिक का स्कूटर चलाते समय एक्सीडेन्ट हो गया था। सिर के बल गिरा था। मामूली चोंट आई थी। तब से हल्का सिरदर्द और चक्कर बने रहते थे। लगभग एक हफ्ते पहले की बात थी। दुर्घटना के मरीजों की हिस्ट्री लेते समय महत्वपूर्ण होता है यह पूछना और जानना कि कैसे हुआ? क्यों हुआ? क्‍या परिस्थितियाँ थीं? वकील डॉक्टर, जासूस […]

चेहरा ये खो जायेगा

जाने पहचाने अजनबी डॉक्टर्स की मीटिंग में सैंकड़ों लोगों से मिलना हो रहा है । “नमस्ते सर ! आप कैसे हैं” एक युवक ने मुझसे पूछा । “बहुत अच्छा, तुम कैसे हो?” “फाइन सर” मेरे चेहरे का भाव उसने पढ़ा । “सर, आपने पहचाना नहीं मुझे ?” “हाँ..हाँ..पहचान तो रहा हूँ…” इतने में तीसरे ने […]

माँ यह हंसने का समय नहीं है

“है भगवान, मैंने पहले ही कहा था, वही हुआ, माँ को नहीं लाना चाहिए था, वो हंस रही है, मैं उनका हाथ दबाकर, कान में फुसफुसाकर कहे जा रही हू, माँ यह हँसने का समय नहीं है, उसे रोको” लेकिन माँ की हंसी ‘कुछ क्षण रुक कर बार बार आने लगी। बहु सुनीता ने गायत्री देवी का […]

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