
कविवर सुमित्रानन्दन पन्त ने अपनी एक प्रसिद्ध रचना में कहा था ‘परिवर्तन ही जीवन का एक मात्र सत्य है। और सब बातें परिवर्तनशील हैं। यही एक सत्य अटल है।” किसी व्यक्ति के जीवन में परिवर्तन, भले ही आंशिक परिवर्तन, का यह आधारभूत सत्य क्यों आयोजित किया जा रहा है? इसके पीछे एक आस्था है, विश्वास है कि परिवर्तन प्राय: भले के […]